ये हैं कुछ कॉमन अचूक दादी मां के नुस्खे, छोटी-बड़ी सभी बीमारियों में असरदार

ये हैं कुछ कॉमन अचूक दादी मां के नुस्खे, छोटी-बड़ी सभी बीमारियों में असरदार

सेहतराग टीम

सदियों से ऐसे कई घरेलू नुस्खे हैं जो आज भी कई बीमारियों के लिए कारगार साबित होते हैं। जैसे कि जब भी कभी हमें सर्दी-जुकाम और सिरदर्द होता है तो तुलसी, अदरक और काली मिर्च का काढ़ा पीने से आराम मिल जाता है। जब भी चोट लग जाती है या शरीर में कोई दर्द हो तो हम हल्दी वाला दूध पीते हैं और इससे हमें आराम भी मिलता है। हम इन्हें दादी मां के अचूक नुस्खे कहते हैं। क्योंकि जब हम बीमार होते थे तो हमारी दादी या नानी भी इन्हीं नुस्खों को आजमाने की सलाह देती थीं। आज हम ऐसे ही कुछ कॉमन घरेलू नुस्खों के बारे में बताएंगे। आइए जानते हैं...

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पेटदर्द के लिए नीबू के रस में सेंधा नमक डालकर पिएं

सेंधा नमक को नमक का सबसे शुद्ध रूप माना जाता है। सेंधा नमक में भरपूर मात्रा में नेचुरल मिनरल्स पाए जाते हैं। सेंधा नमक को पाचन के लिए बेहतर माना जाता है। इसलिए सेंधा नमक को नींबू के साथ मिलाकर पीने से गैस की समस्या में आराम मिलता है। अगर डकार की समस्या हो तो भी इससे आराम मिलता है। अगर ब्लोटिंग यानी पेट फूलने की समस्या हो तो वो भी इस नुस्खे से दूर हो जाती है।

सावधानी- हार्ट और ब्लड प्रेशर के मरीजों को इस नुस्खे को बिल्कुल न अपनाएं क्योंकि ऐसे मरीजों को कम नमक खाने की सलाह दी जाती है।   

दर्द और बॉडी पेन दूर कर इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है हल्दी वाला दूध

गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीना एक बेहतरीन नुस्खा माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि  दूध प्रोटीन का बेस्ट सोर्स है जो घाव को भरने में मदद करता है और हल्दी में ऐंटी-इन्फ्लेमेट्री प्रॉपर्टीज होती हैं जो मसल्स में सूजन और जलन में राहत दिलाती हैं। इसके अलावा हल्दी में करक्यूमिन नाम का तत्व पाया जाता है जो एक तरह का एंटी-ऑक्सोडेंट होता है। यह इम्यून सिस्टम को बेहतर करने में मदद करता है।

सावधानी- अगर कोई चोट लग जाने पर इलाज और दवा की भी जरूरत है तो आप यह विकल्प जरूर अपनाएं साथ ही आप हल्दी वाला दूध पीना न छोड़ें। आप दवा के साथ हल्दी वाला दूध पीना जारी रख सकते हैं।

शहद और अदरक से कफ होगा दूर

अदरक को पानी में उबालकर और फिर शहद के साथ खाया जाए तो यह कफ, गले में खराश और गला खराब होने की दिक्कत की बेस्ट रेमेडी है। वैसे भी अदरक को कफ को दबाने के लिए जाना जाता है। साथ ही इसमें ऐंटिऑक्सिडेंट भी होता है जो बीमारी से राहत दिलाता है। अदरक को शहद के साथ खाने से गले और कंठ में होने वाली सूजन और जलन में राहत मिलती है।

सावधानी- डायबीटीज के मरीज शहद की कितनी मात्रा का सेवन कर रहे हैं इसे लेकर सावधान रहें क्योंकि इससे उनका शुगर लेवल प्रभावित हो सकता है।

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फ्लू और कॉमन कोल्ड दूर करने के लिए सूप पिएं

फ्लू और कॉमन कोल्ड वायरस से होने वाली बीमारी है। इसे तुरंत दवा खाकर ठीक नहीं कर सकते हैं यानी इसमें ऐंटिबायॉटिक्स असरदार नहीं होती हैं। इलाज से इसे सिर्फ कम किया जा सकता है। ऐसे में गर्मा गर्म सूप आपको कॉमन कोल्ड से राहत दिलाता है। सूप को पीने से बंद नाक खुल जाती है और कंठ के इरिटेशन में आराम मिलता है। इससे आपका शरीर हाइड्रेट होता है जिससे आपको जल्दी रिकवर होने में मदद मिलती है।

सावधानी- सूप पीने से आपको फ्लू और कॉमन कोल्ड में अस्थायी रूप से और कुछ समय के लिए आराम मिल सकता है लेकिन अगर 36 घंटे से ज्यादा समय तक लक्षणों में कोई कमी न आए तो डॉक्टर से परामर्श करें।

माइग्रेन और ऐंग्जाइटी के लिए लैवेंडर ऑइल

अगर सिरदर्द हो रहा हो, या बेचैनी या चिंता महसूस हो रही हो, माइग्रेन का अटैक जैसी समस्याओं में लैवेंडर को सूंघने से आपकी तकलीफ कुछ कम हो सकती है। स्टडीज में भी यह बात साबित हो चुकी है कि लैवेंडर की चाय पीने से या फिर लैवेंडर ऑइल की कुछ बूंदों को रुमाल या टीशू पेपर पर डालकर सूंघने से ऐंग्जाइटी कम होती है। इससे स्ट्रेस लेवल में कमी आती है और दिमाग व शरीर रिलैक्स होता है।    

सावधानी- माइग्रेन की समस्या में लैवेंडर दवा का सब्सिट्यूट नहीं हो सकता। इससे सिर्फ दर्द को कुछ देर के लिए कम करने में मदद मिलती है, पूरी तरह ठीक करने में नहीं।

 

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